अध्यक्ष का संदेश
AML स्कूल की स्थापना का मकसद क्षेत्र में शिक्षा का विकास के साथ साथ बच्चों में ज्ञान का विकास करना है ताकि बच्चे ज्यादा से ज्यादा आधुनिक तकनीक के बारे में जान सकें और आगे चलकर देश की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें
यह सिद्ध हो गया है की मनुष्य का मस्तिष्क दायें और बायें दो हिस्सों में बंटा हुआ है। दायीं हिस्सा शरधा और कलात्मक आदि वस्तुओं को संचालित करता है। इसे हम ''अंतरात्मा की आवाज'' या ''इलहाम '' भी कह सकते हैं। न्यूटन जैसे महान वैज्ञानिक का ''गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत'' भी इसी का एक उदहारण है। बायें मस्तिष्क को ''तर्क मस्तिष्क कहा गया है। सारा गणित एवं विज्ञान इसी का एक रूप है। इसीलिए जीवन में दोनों भागों की आवश्यकता होती है।
यही हमारा प्रयास होगा की हम विसयों को दायें भाग और बायें भाग के रूप में देखें और जहाँ जो बायें भाग के विषय लगते हैं उनको अधिक से अधिक अनुशासन में पढ़ाया जायें परन्तु जो दायें भाग के विषय हैं उनमें विद्याथी को अधिक से अधिक स्वंतत्रा दी जायें। हम लोगों का प्रयास होगा कि क़रीब आधा समय बायें भाग के गुण के विषय को दें और आधा समय दायें भाग के विषयों को दें।